किसी भी देश के इतिहास में कुछ ऐसे पल आते हैं, जो निर्णायक होते हैं और उसकी किस्मत तय करते हैं। ऐसा ही कुछ बाबा रामदेव ने दिल्ली के रामलीला मैदान में कर दिया, और केंद्र सरकार उस से इतना डर गयी की उसे आधी रात के बाद सोते हुए महिलाओ और बूढ़े लोगो पर हमला करना पड़ा।
इससे तो यही लगता है की अब हम खुलकर अन्याय का विरोध भी नहीं कर सकते, आखिर ऐसा क्या हुआ, सरकार को किस बात का डर था, अगर काले धन से जुड़े हुए लोगो के नाम सामने आ गए तो उनमे कुछ नाम ऐसे न हो जो इस सरकार से जुड़े हुए है, और इसी कारण सरकार के लोग ऐसा कुछ होने नहीं देना चाहते।
जिस तरह से उन्होंने रामदेव के अनशन को मिटने की कोशिश की है उससे तो यही लगता है, और साथ ही साथ अन्ना जी को भी सरकार दोखे में रख रही है अभी तक लोकपाल बिल के लिए भी कुछ नहीं किया है
जिस तरह से लाखो लोगो ने रामदेव जी के साथ खड़े होकर उनकी आवाज़ को बुलंद किया है उसी तरह हम लोगो को भी उनके साथ अपनी आवाज़ मिलनी होगी और सरकार को दिखाना होगा की जब जनता एकजुट हो जाती है तो क्या हो सकता है
जागो भारत जागो
बहुत बढ़िया संमसामयिक लेख!
ReplyDeleteआपको हमारी सोच पसंद आई इसके लिए धन्यवाद
ReplyDelete