मेरी कलम से

Wednesday, May 4, 2011

तेरे बिना!!!!!!!!!!!!




आज दिल उदास है तेरे बिना
ना जाने क्या अजीब प्यास है तेरे बिना
तू अगर साथ है तो है जन्नत मेरी
नहीं तो सब कुछ नरक है तेरे बिना
तेरे ही इंतजार में जी रहा हु में
नहीं तो ना चैन है ना करार है तेरे बिना
तेरे बिना जीना अब मुस्किल
अब तो बस मरना ही आसान है तेरे बिना !!!!!!!!!!!!!

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विकास कुमार गर्ग