जागते हैं तन्हा रातो में, खोते है दिल उनकी बातो मे, मिली नहीं दिल की मंजिल आज तक, क्योकि दर्द ही दर्द लिखा है इन हाथो में!!! Email : gargvikash23@gmail.com, http://vikasgarg23.blogspot.com/
आपका बहुत - बहुत शुक्रिया जो आप यहाँ आए और अपनी राय दी,हम आपसे आशा करते है की आप आगे भी अपनी राय से हमे अवगत कराते रहेंगे!! विकास कुमार गर्ग
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विकास कुमार गर्ग